29 अगस्त को मुकेश अंबानी ने आरआईएल की वार्षिक आम बैठक में सिलिकॉन वैली शैली में मुख्य भाषण दिया, जिसमें उन्होंने गहन प्रौद्योगिकी और उन्नत विनिर्माण के लिए एक साहसिक योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की।
आरआईएल का डीपटेक परिवर्तन रिलायंस एक तकनीकी उत्पादक के रूप में विकसित हो रहा है। अंबानी ने "विकास मंत्र" पर जोर दिया, जो Reliance को Deeptech लीडर के रूप में बदलने में सहायक है।
RIL का सफर आरआईएल को वैश्विक शीर्ष 500 में प्रवेश करने में दो दशक से अधिक का समय लगा और अगले दो दशकों में यह शीर्ष 50 में शामिल हो गई। अब अंबानी का लक्ष्य शीर्ष 30 में शामिल होना है।
R&D निवेश में वृद्धि RIL ने वित्त वर्ष 24 में R&D पर 3,643 करोड़ रुपये खर्च किए, जिससे पिछले चार वर्षों में कुल खर्च 11,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया, जिसमें महत्वपूर्ण अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित किया गया।
पेटेंट पोर्टफोलियो का विस्तार JIO के पास 5G और 6G प्रौद्योगिकियों में 350 से अधिक पेटेंट हैं। आरआईएल ने पिछले साल जैव-ऊर्जा और हरित ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में 2,555 पेटेंट दायर किए।
कम लागत वाली सौर ऊर्जा RIL सौर ऊर्जा का उपयोग करने के लिए जामनगर में 30 गीगावाट घंटे की बैटरी विनिर्माण सुविधा का निर्माण कर रही है, जिसका लक्ष्य दुनिया की एकमात्र पूर्ण एकीकृत बैटरी गीगाफैक्ट्री बनाना है।
AI के साथ कनेक्टेड इंटेलिजेंस अंबानी ने क्लाउड-आधारित एआई के माध्यम से सभी डिवाइसों पर एआई सेवाओं को सुलभ बनाने के लिए "कनेक्टेड इंटेलिजेंस" की शुरुआत की, जिससे समावेशिता सुनिश्चित हो सके।
AI Cloud for Jio Users जियो उपयोगकर्ताओं को 100 जीबी तक मुफ्त क्लाउड स्टोरेज मिलेगा, जो दिवाली 2024 के दौरान लॉन्च होगा, जिससे एआई-संचालित सेवाएं सभी के लिए सुलभ हो जाएंगी।
AI-Powered Data Centers RIL ने जामनगर में एआई-तैयार डेटा सेंटर स्थापित करने की योजना बनाई है, जो हरित ऊर्जा द्वारा संचालित होगा, जो स्थिरता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
एआई प्रतिभा को विकसित करना Jio institute अगली पीढ़ी की AI प्रतिभा को विकसित करने के लिए एक एआई कार्यक्रम शुरू कर रहा है, जिससे वैश्विक तकनीक में भारत का नेतृत्व सुनिश्चित होगा।
एआई प्रतिभा को विकसित करना Jio institute अगली पीढ़ी की AI प्रतिभा को विकसित करने के लिए एक एआई कार्यक्रम शुरू कर रहा है, जिससे वैश्विक तकनीक में भारत का नेतृत्व सुनिश्चित होगा।
निष्कर्ष मुकेश अंबानी का दृष्टिकोण स्पष्ट है: RIL को एक Deeptech Power House में बदलना, जिससे दुनिया की शीर्ष 30 कंपनियों में इसका प्रवेश का मार्ग प्रशस्त हो सके।